Madan prakash churan is now available on Amazon ,order now

  • Swapndoshahar churna now available on Amazon click on the link and order

    पेशाब मे जलन और खून आने (गुर्दे संबंधी रोग)के क्या कारण ?-

    पेशाब मे जलन और खून आने (गुर्दे संबंधी रोग)के क्या कारण ?-
                  मूत्राशय एवं गुर्दे संबंधी रोग अनेक कारणों से हो सकते हैं। पेशाब मे खून आना या जलन होने को हम हलके मे नही ले सकते ये किसी बडी बीमारी का कारण हो सकता है -

    Madan prakash churna is now available on Amazon click on the link And order soon 
    @@@@@@@@@@@
    गुर्दे  मे खराबी के कारण-
                 पेशाब और गुर्दे संबंधी रोग का मुख्य कारण अकारण होने वाला बुखार है ! साथ ही गुर्दो मे होने वाली पथरी भी इसका कारण है ! यदि किसी को अकारण बुखार आये तो सब से पहले इन लक्षनो की जांच करायें -
    1)थकान
    2) वजन कम होना
    3) उल्टी होना
    4) जी मचलाना
    5) कमजोरी एवं रक्त हीनता
           
              ये सारे लक्षण गुर्दे की खरबी के कारण हो सकते है !
    @@@@@@@@@@@
                  गुर्दे की खराबी होने पर दिखाइ देने वाले लक्षण -
    1) उच्च रक्त चाप
    2) ह्रदय काम करना बंद कर देना
    3) पैरो,चेहरे और शरीर पर सुजन
    4) बिना कारण सिर दर्द होना
    5) दौरे पड़ना
    6) मुर्छा आना
    7) पेशाब करते समय दर्द होना
    8)पेशाब ना होना
    9) पेशाब मे खून आना
    10) पेशाब रोक ना पाना
    11) सोते समय पेशाब निकल जाना
    @@@@@@@@@
              पेशाब करने में दर्द ,जलन व खून आने के कारण -

    Narsingh churna is now available on Amazon click on the link And order soon 
    1) पेशाब करने की अचानक इच्छा होना, 2)मूत्राशय के पीछे के झिल्ली की सूजन,
    3)पथरी अथवा किसी अनियमित कोशिका-वृद्धि के कारण हो सकती है।
                  अन्य कारण, जिनकी वजह से दर्द के साथ एकदम ही पेशाब की हाजत उठती है, वे हैं –
    1. मूत्राशय में सूजन
    2. प्रोस्टेट ग्रंथियों की सूजन।
    3. पेशाब के रास्ते यूरंथ्रा की सूजन।
    4. क्षयरोग की वजह से गुर्दे / मूत्राशय में गांठे बनने के कारण।
    5. मूत्राशय में पथरी।
    6. बुढ़ापे में प्रोस्टेट ग्रंथि के अनियमित रूप से बढ़ जाने के कारण।
    7. मूत्राशय में कैंसर।
    8. स्त्रियों में गर्भाशय में गांठ बनने के कारण या पेट में बच्चा होने पर, मूत्राशय पर दबाव पड़ने के कारण।
    @@@@@@@@@
    पेशाब न होना –
    1. शरीर में पानी की कमी के कारण।
    2. बुखार एवं पसीना आने से।
    3. उल्टियां एवं दस्त होने के कारण।
    4. अत्यधिक दवाइयों का सेवन, जिनसे बार-बार पेशाब करने जाना पड़ता हो।
    @@@@@@@@@
    प्लाज्मा स्तर (घनत्व) घट जाने के कारण –
    1. हृदय का काम करना बंद करने की स्थिति में (संकुचन के कारण)।
    2. यकृत की सिरोसिस (सिकुड़ने) के कारण।
    3. जलने के कारण एवं चोट लगने के बाद अधिक रक्तस्राव के कारण।
    @@@@@@@@@@
    गुर्दे की तात्कालिक अथवा पुरानी बीमारी के कारण –
    1. मूत्र नलियों का क्षरण।
    2. गुर्दों की कार्टिकल सतह का क्षरण।
    मूत्र-मार्ग में रुकावट जैसे पथरी इत्यादि के कारण
    @@@@@@@@@@
    पेशाब अधिक होना – .
    1. मधुमेह (डायबिटीज मेलीटस)।
    2. डायबिटीज इन्सीपिंडस।
    3. पोटैशियम की कमी।
    4. कैल्शियम की अधिकता।
    5. सिर में चोट लगने के कारण।
    6. गुर्दे की पुरानी खराबी के कारण।
    7. मैनीटॉल चिकित्सा के कारण।
    8. पेशाब नलियों के क्षरण के ठीक होने की स्थिति में।
    9. अत्यधिक पानी पीने के कारण।
    @@@@@@@@@@
    पेशाब में रक्त आना –
    1. गुर्दों में किसी लीजन (चोट अथवा पीड़ा) के कारण।
    2. मूत्र नलियों अथवा मूत्राशय में चोट अथवा पीड़ा के कारण
    3. पेशाब रोक पाने में असंयम
    @@@@@@@@@@
    असत्याभास के कारण –
    1. अचानक पेशाब निकल जाना।
    2. मूत्राशय की निष्क्रियता।
    3. मूत्राशय की ग्रीवा पर अवरोध को प्रकट करते हुए उक्त संक्रमण हो सकता हैं।
               ये कुछ कारण और लक्षण है गुर्दो की खराबी और पेशाब संबंधी बीमारी के!
            यदि इनमे से कोई भी लक्षण आप को दिखाई दे तुरंत डाक्टर को दिखाइये क्यू कि ये कारण गुर्दो की खराबी के कारण हो सकते है !
          
         और अधिक जानकारी के लिये हमारी पिछली पोस्ट पढे!
         

    Not-
               किसी भी ओषधि के सेवन से पूर्व किसी वैद या डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। सभी मनुष्य की शारीरिक प्रकृति अलग अलग होती है। और औषधि मनुष्य की प्रकृति के अनुसार दी जाती है यह वेबसाइट किसी को भी बिना सही जानकारी के औषधि सेवन की सलाह नही देती अतः बिना किसी वैद की सलाह के किसी भी दावाई का सेवन ना करें।



          महिलाओ के गुप्त रोगों की जानकारी और आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खो की जानकारी के लिये इस लिंक पर क्लिक करें

    No comments