केसे बचें भयंकर गर्मी से?(kaise bachen bhayankar garmi se ?)-
केसे बचें भयंकर गर्मी से?-
आज कल गर्मी इतनी पड रही है कई लोग बीमार हो रहे है! लू लग जाती है! बुखार ,उल्टी, दस्त,निम्न रक्त चाप जेसी बिमरिया हो जाती है! कुछ आसन और घरेलू नुस्खो से आप गर्मी के प्रकोप से बच सकते है!
भयंकर गर्मी से बचने के लिए उपाय।
1)दाएं कान में रूई लगायें। इससे चन्द्र स्वर (बायें नाक
से) चलने लगेगा और शरीर को ठंडा रखेगा।
2) 5 लीटर तक पानी पीयें। घडे का पानी पीयें इससे
प्यास बुझती है ।
फ्रिज के पानी से गला खराब होता है तथा दूसरी
बिमारियां होती हैं । इससे कब्ज होता है और आंतें
सिकुड जाती हैं। जिससे अन्य समस्याएं उत्पन्नो
होती हैं।
3) ठंडे जल में शहद मिलाकर पीयें इससे मूत्र की जलन
दूर हो जाती है।
4) लौकी, नेनुआ, भिण्डीर, बैंगन की सब्जी खायें।
5) खीरा, ककडी, खरबूजा, तरबूज, बेल और फालसा
खायें।
6) जीरा और कालानमक डाल कर छांछ पीयें। (1/4
लीटर दही में 1 लीटर जल मिलाकर अच्छी तरह मथने
से बनता है।)
7) चन्द्रभेदी प्राणायाम करें । (बार बार बायें नाक
से सांस लें और छोडे)
8) चावल (भात) और जौ की रोटी या दलिया
खायें ये शरीर को ठंडा रखते है।
9) नींबू पानी पीयें इससे बार बार और अत्यधिक
प्यास लगने की समस्या दूर होती है।
11) नीबू, बेल, फालसा का शर्बत, ठंडई, लस्सी और
आम का पना पीयें।
12) तेज धूप में धूप का चश्मा, लगाकर और सिर ढक कर
निकलें। जल पीकर और जेब में प्यापज रखकर जायें
इससे लू नहीं लगेगी।
और अधिक जानकारी के लिये हमारी पिछली पोस्ट पढे!
Not-
किसी भी दावाई के सेवन से पूर्व किसी वैद या डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
महिलाओ के गुप्त रोगों की जानकारी और आयुर्वेदिक नुस्खो की जानकारी के लिये इस लिंक पर क्लिक करें-
Aayurvaidice.blogspot.com
onnihealhcare.blogspot.com
आज कल गर्मी इतनी पड रही है कई लोग बीमार हो रहे है! लू लग जाती है! बुखार ,उल्टी, दस्त,निम्न रक्त चाप जेसी बिमरिया हो जाती है! कुछ आसन और घरेलू नुस्खो से आप गर्मी के प्रकोप से बच सकते है!
भयंकर गर्मी से बचने के लिए उपाय।
1)दाएं कान में रूई लगायें। इससे चन्द्र स्वर (बायें नाक
से) चलने लगेगा और शरीर को ठंडा रखेगा।
2) 5 लीटर तक पानी पीयें। घडे का पानी पीयें इससे
प्यास बुझती है ।
फ्रिज के पानी से गला खराब होता है तथा दूसरी
बिमारियां होती हैं । इससे कब्ज होता है और आंतें
सिकुड जाती हैं। जिससे अन्य समस्याएं उत्पन्नो
होती हैं।
3) ठंडे जल में शहद मिलाकर पीयें इससे मूत्र की जलन
दूर हो जाती है।
4) लौकी, नेनुआ, भिण्डीर, बैंगन की सब्जी खायें।
5) खीरा, ककडी, खरबूजा, तरबूज, बेल और फालसा
खायें।
6) जीरा और कालानमक डाल कर छांछ पीयें। (1/4
लीटर दही में 1 लीटर जल मिलाकर अच्छी तरह मथने
से बनता है।)
7) चन्द्रभेदी प्राणायाम करें । (बार बार बायें नाक
से सांस लें और छोडे)
8) चावल (भात) और जौ की रोटी या दलिया
खायें ये शरीर को ठंडा रखते है।
9) नींबू पानी पीयें इससे बार बार और अत्यधिक
प्यास लगने की समस्या दूर होती है।
11) नीबू, बेल, फालसा का शर्बत, ठंडई, लस्सी और
आम का पना पीयें।
12) तेज धूप में धूप का चश्मा, लगाकर और सिर ढक कर
निकलें। जल पीकर और जेब में प्यापज रखकर जायें
इससे लू नहीं लगेगी।
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Not-
किसी भी दावाई के सेवन से पूर्व किसी वैद या डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
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