मधुमेह( डाईबीटीज) केसे कम करें?( Diabetes kaise kam karen?)-
मधुमेह( डाईबीटीज) केसे कम करें?
डाइबिटीज़ एक एसी बीमारी है जिसमे इंसान को बहुत समय तक इस रोग के बारे मे पता नही चलता और जब चलता है बीमारी बड़ जाती है ! ये रोग महिलाओ की अपेक्षा पुरुषो मे अधिक होता है ! पहले ये रोग 40-50 की उम्र के बाद होता था लेकिन आज कल किसी भी उम्र मए हो जाता है !
डाईबीटीज़ ( diabetes)या मधुमेह क्या है ?-
पेशाब के साथ जब चीनी जेसा गाढा पदार्थ नीकळता हे उसे डाईबीटीज़ कहते है !
डाईबीटीज़ रोग क्यू होता है ? -
- हमारे शरीर मे पेंक्रियाज ग्रंथी( अग्नाशय) जो पाचन क्रिया मे सहायक है इन्सुलिन नामक द्रव्य बनाती है इससे शक्कर रक्त मए मिलती है और उर्जा मे परिवर्तित हो जाती है ! और अतिरिक्त शक्कर को जला देती है !लेकिन जब पेंक्रियाज इन्सुलिन बनाना बंद कर देती है या कम कर देती है तो रक्त मे शक्कर की मात्रा बड़ जाती है और आप डाआइबीटीज के शिकार हो जाते है !
डाईबीटीज़ के लक्षण -
1) पेशाब और रक्त मे शक्कर की मात्रा का बड़ना !
2) ज्यादा भूक और प्यास लगना!
3) बार बार फोडे फुन्सि होना!
4) किसी भी घाव का ठीक ना होना !
5) घबराहट होना !
6) T.b. और रक्त संचार का बड़ना !
7) आंखो की रोशनी कम होना !
8) बार बार पेशाब आना !
9) पैरो मे दर्द,सिर दर्द कब्ज आदि !
तो डाईबीटीज़ होने पर ये लक्षण सामने आते है ! यदि आप को भी एसा कुछ होता है तो तुरंत चिकित्सक को दिखायें !
डाईबीटीज़ के रोगि को रखने वाली सव्धनिया - जिन लोगो को डाईबीटीज़ की बीमारी है उनको मिठा नही खाना चाहिये !
और सिर्फ गेहू की रोटी नही खाना चाहिये गेहू मए जौ और चना मिला कर पिसा आटा से ही बनी रोटी खाना चाहिये ! चावल से भी पर्हेज रखें !
डाईबीटीज़ से छुटकारा पाने के आसान और घरेलू उपाये -
1) रोज़ जामुन का सेवन करें!
2) केरले की सब्जीखाने और ,केरले का जूस पीने से डाईबीटीज़ मे फ़ायदा होता है !
3) जामुन की गुठली का पावडर बना कर रोज़ शाम को पानी से एक चम्मच लें !
4) त्रिफला का चुरन खाने से पेट साफ़ रहेगा और मधुमेह मे आराम मिलेगा !
5) आम और जामुन का जूस मिला कर पीने से लाभ होगा !
6) आवलां खाने से भी मधुमेह मे आराम मिलता है !
7) मुली खाने से भी बहुत फ़ायदा होता है !
8) टमाटर और गजर खाने या इनका जूस पीने से बहुत आराम मिलता है !
9) जब प्यास लगे नींबू पानी पीना चाहिये ! नींबू भी शक्कर को कम करता है !
10) बबुल की कोमल पत्तिया तोड कर उसे सिल पर पानी के साथ पीस कर उसमे 4-5 काली मिर्च भी डाले और छान के पी लिजिये ! मधुमेह धीरे धीरे कम होता जयेगा !
11) निम पर चडी हुई गिलोये 1 किलो गरम पानी मे आठ घंटे भिगो दिजिये और भवके से अर्क खींच लिजिये इस अर्क को 5 चम्मच एक चम्मच शहद और चार गुना गाय के दूध के साथ सुबह शाम लें ! डाईबीटीज़ दूर होगी !
12) पके हुए अमरूद को दबा कर उसका भर्ता बनाइये उसमे कालि मिर्च काला नमक मिला कर खायें कब्ज दूर होगी और मधुमेह मे भी आराम मिलेगा !
13) 6 निम के पत्ते ,6बिगेनबेलिया,6 तुलसी के पत्ते,6बेल्पत्र की ताज़ी पत्तिया और काली मिर्च मिला कर पीस के सुबह खाली पेट पानी से लिजिये और उसके बाद आधा घंटा कुछ ना खायें ! एसा नियमित रूप से करने से शुगर नोर्मल होती है !
14) पेट भर कर खाना ना खायें !
15) शलजम भी शुगर को कंट्रौल करती है!
तो ये कुछ आसान और घरेलू उपाये जिनका प्रयोग कर के आप डाईबीटीज़ से छुटकारा पा सकते है !
Not-
महिलाओ के गुप्त रोगो की जानकारी और आयुर्वेदिक नुस्खो के लिये इस लिन्क पर क्लिक करें
Aayurvaidice.blogspot.com
onnihealhcare.blogspot.com
डाइबिटीज़ एक एसी बीमारी है जिसमे इंसान को बहुत समय तक इस रोग के बारे मे पता नही चलता और जब चलता है बीमारी बड़ जाती है ! ये रोग महिलाओ की अपेक्षा पुरुषो मे अधिक होता है ! पहले ये रोग 40-50 की उम्र के बाद होता था लेकिन आज कल किसी भी उम्र मए हो जाता है !
डाईबीटीज़ ( diabetes)या मधुमेह क्या है ?-
पेशाब के साथ जब चीनी जेसा गाढा पदार्थ नीकळता हे उसे डाईबीटीज़ कहते है !
डाईबीटीज़ रोग क्यू होता है ? -
- हमारे शरीर मे पेंक्रियाज ग्रंथी( अग्नाशय) जो पाचन क्रिया मे सहायक है इन्सुलिन नामक द्रव्य बनाती है इससे शक्कर रक्त मए मिलती है और उर्जा मे परिवर्तित हो जाती है ! और अतिरिक्त शक्कर को जला देती है !लेकिन जब पेंक्रियाज इन्सुलिन बनाना बंद कर देती है या कम कर देती है तो रक्त मे शक्कर की मात्रा बड़ जाती है और आप डाआइबीटीज के शिकार हो जाते है !
डाईबीटीज़ के लक्षण -
1) पेशाब और रक्त मे शक्कर की मात्रा का बड़ना !
2) ज्यादा भूक और प्यास लगना!
3) बार बार फोडे फुन्सि होना!
4) किसी भी घाव का ठीक ना होना !
5) घबराहट होना !
6) T.b. और रक्त संचार का बड़ना !
7) आंखो की रोशनी कम होना !
8) बार बार पेशाब आना !
9) पैरो मे दर्द,सिर दर्द कब्ज आदि !
तो डाईबीटीज़ होने पर ये लक्षण सामने आते है ! यदि आप को भी एसा कुछ होता है तो तुरंत चिकित्सक को दिखायें !
डाईबीटीज़ के रोगि को रखने वाली सव्धनिया - जिन लोगो को डाईबीटीज़ की बीमारी है उनको मिठा नही खाना चाहिये !
और सिर्फ गेहू की रोटी नही खाना चाहिये गेहू मए जौ और चना मिला कर पिसा आटा से ही बनी रोटी खाना चाहिये ! चावल से भी पर्हेज रखें !
डाईबीटीज़ से छुटकारा पाने के आसान और घरेलू उपाये -
1) रोज़ जामुन का सेवन करें!
2) केरले की सब्जीखाने और ,केरले का जूस पीने से डाईबीटीज़ मे फ़ायदा होता है !
3) जामुन की गुठली का पावडर बना कर रोज़ शाम को पानी से एक चम्मच लें !
4) त्रिफला का चुरन खाने से पेट साफ़ रहेगा और मधुमेह मे आराम मिलेगा !
5) आम और जामुन का जूस मिला कर पीने से लाभ होगा !
6) आवलां खाने से भी मधुमेह मे आराम मिलता है !
7) मुली खाने से भी बहुत फ़ायदा होता है !
8) टमाटर और गजर खाने या इनका जूस पीने से बहुत आराम मिलता है !
9) जब प्यास लगे नींबू पानी पीना चाहिये ! नींबू भी शक्कर को कम करता है !
10) बबुल की कोमल पत्तिया तोड कर उसे सिल पर पानी के साथ पीस कर उसमे 4-5 काली मिर्च भी डाले और छान के पी लिजिये ! मधुमेह धीरे धीरे कम होता जयेगा !
11) निम पर चडी हुई गिलोये 1 किलो गरम पानी मे आठ घंटे भिगो दिजिये और भवके से अर्क खींच लिजिये इस अर्क को 5 चम्मच एक चम्मच शहद और चार गुना गाय के दूध के साथ सुबह शाम लें ! डाईबीटीज़ दूर होगी !
12) पके हुए अमरूद को दबा कर उसका भर्ता बनाइये उसमे कालि मिर्च काला नमक मिला कर खायें कब्ज दूर होगी और मधुमेह मे भी आराम मिलेगा !
13) 6 निम के पत्ते ,6बिगेनबेलिया,6 तुलसी के पत्ते,6बेल्पत्र की ताज़ी पत्तिया और काली मिर्च मिला कर पीस के सुबह खाली पेट पानी से लिजिये और उसके बाद आधा घंटा कुछ ना खायें ! एसा नियमित रूप से करने से शुगर नोर्मल होती है !
14) पेट भर कर खाना ना खायें !
15) शलजम भी शुगर को कंट्रौल करती है!
तो ये कुछ आसान और घरेलू उपाये जिनका प्रयोग कर के आप डाईबीटीज़ से छुटकारा पा सकते है !
Not-
किसी भी ओषधि के सेवन से पूर्व किसी वैद या डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। सभी मनुष्य की शारीरिक प्रकृति अलग अलग होती है। और औषधि मनुष्य की प्रकृति के अनुसार दी जाती है यह वेबसाइट किसी को भी बिना सही जानकारी के औषधि सेवन की सलाह नही देती अतः बिना किसी वैद की सलाह के किसी भी दावाई का सेवन ना करें।
महिलाओ के गुप्त रोगो की जानकारी और आयुर्वेदिक नुस्खो के लिये इस लिन्क पर क्लिक करें
Aayurvaidice.blogspot.com
onnihealhcare.blogspot.com
No comments